How to calm your mind || Man ko sant rakhne ke fayde ||Motivational story to calm your mind ||
मन को शांत रखने के लिए में आपको एक कहानी शेयर कर रहा हूँ।
एक बार बार भगवन महावीर अपने सिसयो के साथ भ्रमण कर रहे थे। दो पहर का समय था , उनको बहुत जोर की पायस लगी थी। उन्होंने अपने शिष्यों को बोला मुझे बहुत प्यास लगी है जाओ कहीं से पानी लेके आओ। एक शिष्य बोला यहाँ पानी कहाँ मिलेगा गुरूजी , भगवन महावीर ने कहाँ देखो यहाँ ठंडी हवा जिस दिशा से आ रही है , वही पानी मिलेगा। शिष्य खोजते हुए एक गांव में पहुंचा और उसने देखा वहां एक तालाब है जिसमे कुछ लोग अपने मवेशियों को नहला रहे थे , कुछ लोग उसमे झूठा बर्तन धो रहे थे। ये सब देखा के उसको बहुत गुस्सा आ रहा था । लेकिन उसको अपने गुरु की ये बात याद थी की गुस्सा नहीं करना चाहिए। शिष्य बिना पानी लिए ही वापस लोट गया। इस पर जी ब भगवन महावीर ने पूछा की पानी क्यों नहीं ले कर आए। उसने उतर दिया प्रभु क्या पानी लेके आऊं वहां का पानी पिने लायक नहीं है उसमे लोग अपने पशु को नहला रहे है ,वो पानी बहुत गन्दा है। भगवान ने बोला आज हम यही पर आराम करेंगे। शिष्य को उन्होंने संध्या में बोला जाओ जाकर पानी उसी तालाब से लेकर आओ।
शिष्य वहां गया , और उसने देखा पानी एकदम साफ है। वो अपने गुरु के लिए पानी लेकर आ गया। उसने प्रभु को बोला भगवान ये पानी कैसे साफ हो गया। महावीर ने बोला जब तुम गए थे तब भी पानी साफ ही था। समझ सिर्फ सोच का है , जब पानी शांत हो गया तो उसमे की सारि गंदगी निचे बैठ गयी।
वैसे ही जब हम गुस्से होते है हमको सब ख़राब दीखता है ,लेकिन जब शांत होते है तब सब अच्छा दीखता है।
गुस्से में हमे सब कुछ ख़राब ही दीखता है। लेकिन अगले पल जब हम शांत हो ते है ,सब ठीक लगने लगता है और गुस्से में किये गए काम पे पछतावा होता है
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